सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

सड़क में खड्डे नहीं ,खड्डों में सड़क





आई बी सी फास्ट संवाददाता

 श्रीगंगानगर 3 अक्टूबर  ये नज़ारा किसी अर्धविकसित गांव नहीं बल्कि श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय स्थित वृद्धाश्रम रोड का है जहाँ   पर सीवरेज का काम पिछले एक साल से कछुआ गति से रेंग रहा है जिसके चलते रोड के समीप स्थित कालोनियों और रहने वाले लोगो का बुरा हाल है, जगह जगह उड़ते मिट्टी के गुबार  जिससे हर प्रकार के वाहनों से बुरा हाल , मिट्टी की वजह से खांसी दमा एलर्जी ओर चर्म रोग जैसी  बीमारियां घेर रही हैं एल एंड टी ऒर यू आई टी चैयरमेन को व्यक्तिगत और मौखिक तोर पर लोगों और जनप्रतिनिधियों द्वारा निवेदन कर लिया गया पर किसी प्रकार से किसी के कानों के निचे जूं तक नहीं रेंग रही हैं और वे आश्वासन पे आश्वासन देकर निवासियों को गुमराह कर रहे हैं ।गत दिनों और आज हुई बारिश ने हालात और बदतर कर दिए हैं।जगह जगह कीचड़ और सड़कों पर पानी से भरे गड्ढे अनहोनी को आमंत्रित करते हैं जबकि ये एक मात्र सड़क है जो सूरतगढ़ एन एच 62 सड़क को हनुमानगढ़ सड़क को कम से कम दूरी में जोड़ती है ,जबकि शिव चौक और चहल चौक की तरफ से घूमकर जाना कई किलोमीटर लंबा हो जाता है व जेब पर अतिरिक्त बोझ डालता है |

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

भारतीय लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर हमला ?

एबीपी न्यूज़ के पत्रकारों ने मोदी सरकार की आलोचना की कीमत चुकाई है? सूत्रों के अनुसार चैनल में हुए इन बदलावों के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को पिछले हफ्ते संसद भवन में कुछ पत्रकारों से कहते सुना गया था कि वे ‘एबीपी को सबक सिखाएंगे.’  देश के बड़े टीवी न्यूज़ चैनल एबीपी न्यूज़ से दो बड़े पत्रकारों के इस्तीफे और तीसरे को काम करने से रोकने को मीडिया और राजनीतिक हलकों में किसी मीडिया हाउस के सत्तारूढ़ दल को खुश रखने की कोशिश की तरह देखा जा रहा है. बुधवार 1 अगस्त को चैनल प्रबंधन ने एडिटर इन चीफ मिलिंद खांडेकर के इस्तीफे की घोषणा की. इसके बाद हाल ही में एबीपी पहुंचे, चर्चित शो ‘मास्टर स्ट्रोक’ के एंकर और पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी के चैनल छोड़ने की खबर आई. इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं है कि बाजपेयी ने इस्तीफ़ा दिया या उन्हें चैनल छोड़ने के लिए कहा गया. गौरतलब है कि उनका चैनल से जाना उनके शो के उस एपिसोड के बाद हुआ है, जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ की एक महिला किसान के मोदी सरकार की योजना के चलते ‘दोगुनी हुई आय’ के  प्रधानमंत्री के दावे का खंडन  प्रसारित किया था. ...

क्या स्मॉग स्वछता अभियान का हिस्सा नहीं ?

क्या  स्मॉग स्वछता अभियान का हिस्सा नहीं ?   श्रीगंगानगर 19 अक्टूबर   पिछले कई वर्षों से देखने में आ रहा है कि दिल्ली से सटती अन्य राज्यों में किसानों द्वारा जलाई जा रही फसलों के अवशेष से पर्यावरण को नुकसान पहुँच रहा है ,यही नहीं दिल्ली में प्रदुषण का स्तर इस कदर बढ़ रहा है की वहां के लोगों को सांस लेने में ,रोजमर्रा के कामों के लिए आवागमन में दिक्कत आ रही है | पिछले वर्ष दिल्ली में आप सरकार ने तो फब्बारे से कृत्रिम बारिश कर आस पास के वातावरण को साफ़ करने का दावा किया था | देश भर में शोचालय और सफाई अभियान का सेहरा प्रधानमंत्री और केंद्रशासित बीजेपी सरकार अपने सर लेकर वाहवाही लूट रही है,जबकि शौंचालय निर्माण का भुगतान राजस्थान के सरदारपुरा बीका  में तो अबतक नहीं हुआ है जिसके लिए राजकुमारी अभी तक दर दर भटक रही है , जिसके लिए उन्होंने करोङो के बजट को प्रचार प्रसार में स्वाहा कर दिया है ,स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने तो लगभग 4400 करोड़ रूपए बीजेपी के प्रचार प्रसार में ही खर्च कर दिए हैं ,जो जयपुर की करोड़ों रूपए की रैलियों के खर्च से हटकर हैं | किसानो की समस्या 70...

सालासर पैदल यात्रियों के 7 वां विशाल भण्डारा

हनुमानगढ़। श्री बालाजी युवा सेवा समिति हनुमानगढ़ द्वारा सालासर पैदल यात्रियों के 7 वां विशाल भण्डारा सोमवार को जंक्शन गंगानगर फाटक से बाबा के जयकारों के साथ रवाना हुआ। श्री बालाजी युवा सेवा समिति के प्रधान अजीत सिंह ने बताया कि समिति द्वारा पिछले 6 वर्षो से लगातार सालासर पैदल यात्रियों के लिये सभी के सहयोग से भण्डारा लेजाया जाता है जिसके तहत इस बार भी 7 वां विशाल मोबाईल भण्डारा रवाना हुआ। उन्होने बताया कि यह भण्डारे में जलजीरा , लस्सी , पानी , फु्रटी , ज्यूस सालासर यात्रियों के लिये प्रभु इच्छा तक चलेगा। इस मौके पर अमरजीत सोनी जीतू , सोनू मीणा , विवेक गुप्ता छोटू , नरेन्द्र कुमार , आशु गोयल , विनय कुमार , हिमांशु सोनी व अन्य सदस्य मौजूद थे।