हनुमानगढ़। ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार एवं भारतीय स्टेट बैंक द्वारा प्रायोजित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से रावतसर जिला हनुमानगढ़ में चलाये रहे कैंडल मेकिंग प्रशिक्षण शिविर का समापन आज हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगरपालिका रावतसर की ईओ पूजा शर्मा, विशिष्ट अतिथि एनयूएलएम डीएम सुरेन्द्र चारणए एफएलसीसी काउन्सलर ओमप्रकाश वधवाए मास्टर ट्रेनर सतविन्द्र कौर तथा एसएचजी कार्यकर्ता राधा बिश्नोई थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक सी.एस. परमार ने की। यह आरसेटी द्वारा रावतसर में एसएचजी महिलाओं हेतु चलाया गया ऑफकैम्पस बैच था । समापन समारोह का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष द्वीप प्र'जवलित कर किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुये निदेशक सीएस परमार ने संस्थान का मासिक प्रतिवेदन प्रस्तुत कर बताया कि कैंडल मेकिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम में संस्थान द्वारा कुल 35 प्रतिभागियों को सफलतापूर्वक ट्रेनिंग दी गयी और बताया कि संस्थान द्वारा प्रतिभाशाली एवं कुशल प्रंिशक्षकों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाता हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सी.एस. परमार ने बताया कि आर सेटी का मुख्य उद्देश्य बेरोजगार युवक युवतियों व महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा कर रोजगार से जोडना है और प्रशिक्षण देकर उन्हे लोन के जरिये बैकों से जोडा जाता है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुये अतिथियों ने आरसेटी द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सराहना करते हुये कहा कि इन प्रशिक्षणों से बेरोजगारों को रोजगार तो मिलता ही है साथ ही नारी शक्ति को भी बढावा मिलता है। और महिलाओं को अपने स्वाभीमान से जीनें का नया मार्ग भी आरसेटी ने प्रशस्त किया है। उन्होने कहा कि आज के समय में महिलाएं पुरूषों के मुकाबले कही पीछे नही है। और महिलाओं को बराबरी का अधिकार दिलाने व उन्हे सक्षम बनाने के लिये यह प्रयास एसबीआई और भारत सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आरसेटी के माध्यम से किये जा रहे है। उन्होने कहा कि आरसेटी योग्यता पहचानकर प्रशिक्षण तो देता ही है साथ ही उन्हे व्यापार करवाने के लिये भी लोन उपलब्ध करवाता है जिससे वह अपना रोजगार कमाने में सक्षम हो सके। कार्यक्रम के समापन पर अतिथियों द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये व सभी प्रतिभागियों के उज्ज्वल भविष्य की कमाना की।
हनुमानगढ़। ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार एवं भारतीय स्टेट बैंक द्वारा प्रायोजित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से रावतसर जिला हनुमानगढ़ में चलाये रहे कैंडल मेकिंग प्रशिक्षण शिविर का समापन आज हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगरपालिका रावतसर की ईओ पूजा शर्मा, विशिष्ट अतिथि एनयूएलएम डीएम सुरेन्द्र चारणए एफएलसीसी काउन्सलर ओमप्रकाश वधवाए मास्टर ट्रेनर सतविन्द्र कौर तथा एसएचजी कार्यकर्ता राधा बिश्नोई थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक सी.एस. परमार ने की। यह आरसेटी द्वारा रावतसर में एसएचजी महिलाओं हेतु चलाया गया ऑफकैम्पस बैच था । समापन समारोह का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष द्वीप प्र'जवलित कर किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुये निदेशक सीएस परमार ने संस्थान का मासिक प्रतिवेदन प्रस्तुत कर बताया कि कैंडल मेकिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम में संस्थान द्वारा कुल 35 प्रतिभागियों को सफलतापूर्वक ट्रेनिंग दी गयी और बताया कि संस्थान द्वारा प्रतिभाशाली एवं कुशल प्रंिशक्षकों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाता हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सी.एस. परमार ने बताया कि आर सेटी का मुख्य उद्देश्य बेरोजगार युवक युवतियों व महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा कर रोजगार से जोडना है और प्रशिक्षण देकर उन्हे लोन के जरिये बैकों से जोडा जाता है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुये अतिथियों ने आरसेटी द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सराहना करते हुये कहा कि इन प्रशिक्षणों से बेरोजगारों को रोजगार तो मिलता ही है साथ ही नारी शक्ति को भी बढावा मिलता है। और महिलाओं को अपने स्वाभीमान से जीनें का नया मार्ग भी आरसेटी ने प्रशस्त किया है। उन्होने कहा कि आज के समय में महिलाएं पुरूषों के मुकाबले कही पीछे नही है। और महिलाओं को बराबरी का अधिकार दिलाने व उन्हे सक्षम बनाने के लिये यह प्रयास एसबीआई और भारत सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आरसेटी के माध्यम से किये जा रहे है। उन्होने कहा कि आरसेटी योग्यता पहचानकर प्रशिक्षण तो देता ही है साथ ही उन्हे व्यापार करवाने के लिये भी लोन उपलब्ध करवाता है जिससे वह अपना रोजगार कमाने में सक्षम हो सके। कार्यक्रम के समापन पर अतिथियों द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये व सभी प्रतिभागियों के उज्ज्वल भविष्य की कमाना की।

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