हनुमानगढ़। रोडवेज कर्मचारियों ने बुधवार को चक्काजाम के दसवें दिन कर्मचारियों ने रोड़वेज पर राज्य सरकार की लगी बुरी नजर को हटाने लाल मिर्चे वारकर रोड़वेज की नजर उताकर विरोध दर्ज करवाया। रोडवेज कर्मचारियों का चक्काजाम 10वें दिन जारी रहा, परन्तु सरकार द्वारा उनकी मांगों पर कोई ध्यान न देने के विरोध में कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है और उग्र हो रहा। 24 सितम्बर को सीकर में रोडवेज कर्मचारियों एवं अन्य विभागों के 18 संगठनों द्वारा इक्कट्ठे होकर गौरव यात्रा का विरोध किया गया काले झण्डे दिखाये तो मुख्यमंत्री ने तब जाकर रोडवेज नेताओं को मिलने का मौका दिया, वसुंधरा ने इनकी समस्याओं पर विचार विर्मश कर हल करने का आश्वासन दिया गया। वसुंधरा सोई हुई है जनता की कोई सुनवाई नही की जा रही। केन्द्र व राज्य सरकार के नेता इस राज को सुराज बता रहे है परन्तु यह राज तो जंगलराज है। आज रोडवेज कर्मचारी नेता नायब सिंह ने बताया कि राज्य सरकार की बुरी नजर रोड़वेज को लगी हुई है जिसके कारण रोडवेज पर संकट के बादल मडऱा रहे है और उस बुरी नजर को हटाने के लिये रोड़वेज कर्मचारियों ने बुधवार को रोड़वेज की नजर उतारी और राज्य सरकार की बुरी नजर रोड़वेज से हटाने की भगवान से कामना की। विक्रांत सहारण ने बताया कि युनूस खान मंत्री अपनी लोक लोक परिवहन बसों को चलाना चाहता है इस कारण ही रोडवेज कर्मचारियों की सुनवाई नही कर रहा और लोक परिवहन को फायदा पहुचाने के लिये हड़ताल को जानबूझ कर लम्बा करवा रहा है। रणजीत सिंह ने बताया कि रोडवेज कर्मचारी अपने आन्दोलन को मजबूत करने के लिये दिनांक 27 सितम्बर को 10 बजे बुहत बड़ी रैली करने जा रहे है। अंग्रेज सिंह ने बताया कि लोक परिवहन वाहनों की छतों पर सवारिया सफर कर रही है और सवारियों से लोकपरिवहन संचालक मनमाना किराया लेकर जनता को परेशान कर रहे है और रास्तें की सवारियों को नही उठाया जा रहा, जनता परेशान है। सभी संगठन के नेता सदस्य 27 सितम्बर को रोडवेज कर्मचारियों के साथ विशाल रैली निकालेगे और आन्दोलन तब तक जारी रहे जब तक कर्मचारियों की मांगे नही मानी जाती। आज प्रदर्शन में देवदत्त स्वामी, गुरचरण सिंह, हरसेब सिंह, बलराज मान, रामजीलाल, सुरेश शर्माद्व अवतार सिंह, लखविन्द्र सिंह, लखवीर सिंह, बीन्जाराम, सहीराम यादव, राकेश ढाका, सुनील सहारण, सतवीर गोस्वामी, देवीलाल स्वामी, नरेन्द्र, पवन शर्मा, राजवीर सिंह, दुलीचंद, जसवंत सिंह, भूरा सिंह, भागीरथ स्वामी, पृथ्वी महला, दरवेश गोयल, दयाशंकर, भंवरलाल नाथ, कृष्ण कस्वां व अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
हनुमानगढ़। रोडवेज कर्मचारियों ने बुधवार को चक्काजाम के दसवें दिन कर्मचारियों ने रोड़वेज पर राज्य सरकार की लगी बुरी नजर को हटाने लाल मिर्चे वारकर रोड़वेज की नजर उताकर विरोध दर्ज करवाया। रोडवेज कर्मचारियों का चक्काजाम 10वें दिन जारी रहा, परन्तु सरकार द्वारा उनकी मांगों पर कोई ध्यान न देने के विरोध में कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है और उग्र हो रहा। 24 सितम्बर को सीकर में रोडवेज कर्मचारियों एवं अन्य विभागों के 18 संगठनों द्वारा इक्कट्ठे होकर गौरव यात्रा का विरोध किया गया काले झण्डे दिखाये तो मुख्यमंत्री ने तब जाकर रोडवेज नेताओं को मिलने का मौका दिया, वसुंधरा ने इनकी समस्याओं पर विचार विर्मश कर हल करने का आश्वासन दिया गया। वसुंधरा सोई हुई है जनता की कोई सुनवाई नही की जा रही। केन्द्र व राज्य सरकार के नेता इस राज को सुराज बता रहे है परन्तु यह राज तो जंगलराज है। आज रोडवेज कर्मचारी नेता नायब सिंह ने बताया कि राज्य सरकार की बुरी नजर रोड़वेज को लगी हुई है जिसके कारण रोडवेज पर संकट के बादल मडऱा रहे है और उस बुरी नजर को हटाने के लिये रोड़वेज कर्मचारियों ने बुधवार को रोड़वेज की नजर उतारी और राज्य सरकार की बुरी नजर रोड़वेज से हटाने की भगवान से कामना की। विक्रांत सहारण ने बताया कि युनूस खान मंत्री अपनी लोक लोक परिवहन बसों को चलाना चाहता है इस कारण ही रोडवेज कर्मचारियों की सुनवाई नही कर रहा और लोक परिवहन को फायदा पहुचाने के लिये हड़ताल को जानबूझ कर लम्बा करवा रहा है। रणजीत सिंह ने बताया कि रोडवेज कर्मचारी अपने आन्दोलन को मजबूत करने के लिये दिनांक 27 सितम्बर को 10 बजे बुहत बड़ी रैली करने जा रहे है। अंग्रेज सिंह ने बताया कि लोक परिवहन वाहनों की छतों पर सवारिया सफर कर रही है और सवारियों से लोकपरिवहन संचालक मनमाना किराया लेकर जनता को परेशान कर रहे है और रास्तें की सवारियों को नही उठाया जा रहा, जनता परेशान है। सभी संगठन के नेता सदस्य 27 सितम्बर को रोडवेज कर्मचारियों के साथ विशाल रैली निकालेगे और आन्दोलन तब तक जारी रहे जब तक कर्मचारियों की मांगे नही मानी जाती। आज प्रदर्शन में देवदत्त स्वामी, गुरचरण सिंह, हरसेब सिंह, बलराज मान, रामजीलाल, सुरेश शर्माद्व अवतार सिंह, लखविन्द्र सिंह, लखवीर सिंह, बीन्जाराम, सहीराम यादव, राकेश ढाका, सुनील सहारण, सतवीर गोस्वामी, देवीलाल स्वामी, नरेन्द्र, पवन शर्मा, राजवीर सिंह, दुलीचंद, जसवंत सिंह, भूरा सिंह, भागीरथ स्वामी, पृथ्वी महला, दरवेश गोयल, दयाशंकर, भंवरलाल नाथ, कृष्ण कस्वां व अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
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