हनुमानगढ़। संयुक्त सघर्ष समिति कृषि पर्यवेक्षक हनुमानगढ़ ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर जिला कलक्टर को कृषि पर्यवेक्षकों की मांगों के समाधान के बाबत ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के अनुसार मुख्य मांगों में कृषि पर्यवेक्षकों की प्रारम्भिक पे ग्रेड 3600 करके 7वें वेतन आयोग में उसी के अनुसार पे मैट्रिक्स में पे लेवल निर्धारित किया जाये, नव नियुक्त कृषि पर्यवेक्षकों का कम किया गया न्यूनतम प्रारम्भिक वेतन पुन: बहाल किया जाये, 4800 तक ग्रेड पे प्राप्त कृषि पर्यवेक्षकों को पद सहित अपग्रेड करके सहायक कृषि अधिकारी बनाया जाये, कृषि पर्यवेक्षक व सहायक कृषि अधिकारी का पदौन्नति कोटा 60 प्रतिशत किया जाये, कृषि पर्यवेक्षक व सहायक कृषि अधिकारी का अनुपात 4:1 किया जाये, राज्य सरकार के निर्णय के अनुसार कृषि विस्तारयोजना में प्रत्येक ग्राम पंचायत में कृषि पर्यवेक्षक का पद सृजित किया जाये, उद्यान विभाग में भी सहायक कृषि अधिकारी एवं कृषि पर्यवेक्षक के पदों का सृजन किया जाये। ज्ञापन देने वालों में प्रान्तीय अध्यक्ष अमर सिंह सहारण, जिलाध्यक्ष जगदीश दूधवाल, रागा संगठन अध्यक्ष बेअन्त सिंह, हवासिंह डूडी, प्रमाण बेनीवाल, हरविन्द्र सिंह, कृष्ण लाल सहारण, आदराम मटोरिया, राजाराम चाहर, महेन्द्र सिंह, राजेश, पुष्पा, मंजू, सुनीता, किरण, मोनिका, प्रविन्द्र सिंह व अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
एबीपी न्यूज़ के पत्रकारों ने मोदी सरकार की आलोचना की कीमत चुकाई है? सूत्रों के अनुसार चैनल में हुए इन बदलावों के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को पिछले हफ्ते संसद भवन में कुछ पत्रकारों से कहते सुना गया था कि वे ‘एबीपी को सबक सिखाएंगे.’ देश के बड़े टीवी न्यूज़ चैनल एबीपी न्यूज़ से दो बड़े पत्रकारों के इस्तीफे और तीसरे को काम करने से रोकने को मीडिया और राजनीतिक हलकों में किसी मीडिया हाउस के सत्तारूढ़ दल को खुश रखने की कोशिश की तरह देखा जा रहा है. बुधवार 1 अगस्त को चैनल प्रबंधन ने एडिटर इन चीफ मिलिंद खांडेकर के इस्तीफे की घोषणा की. इसके बाद हाल ही में एबीपी पहुंचे, चर्चित शो ‘मास्टर स्ट्रोक’ के एंकर और पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी के चैनल छोड़ने की खबर आई. इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं है कि बाजपेयी ने इस्तीफ़ा दिया या उन्हें चैनल छोड़ने के लिए कहा गया. गौरतलब है कि उनका चैनल से जाना उनके शो के उस एपिसोड के बाद हुआ है, जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ की एक महिला किसान के मोदी सरकार की योजना के चलते ‘दोगुनी हुई आय’ के प्रधानमंत्री के दावे का खंडन प्रसारित किया था. ...
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