हनुमानगढ़। राजस्थान एकाउटेन्टस एसोसिएशन के प्रदेश स्तरीय आह्वान पर हनुमानगढ़ जिले के लेखाकर्मीयो द्वारा शुरू किया गया सामूहिक अवकाश चौथे दिन भी जारी रहा।शुक्रवार को लेखाकर्मियों ने पेंशनर हॉल के बाहर सामूहिक अवकाश पर रहते हुए धरने पर सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए सद्बुद्धि यज्ञ किया । कर्मचारियों ने कहा कि सरकार की बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी है और उन्हें सद्बुद्धि देने के लिए शुक्रवार को सभी कर्मचारियों ने सद्बुद्धि यज्ञ कर भगवान से सरकार को सद्बुद्धि देने की कामना की। राज्य के लेखाकर्मी अपनी 6 सुत्री मांगों तथा कनिष्ठ लेखाकार को ग्रेड पे 4200 स्वीकृत करने, कनिष्ठ लेखाकार का नाम कनिष्ठ लेखाधिकारी करने, अधीनस्थ लेखा संवर्ग में द्विस्तरीय प्रणाली, राज्य लेखा सेवा में पदोन्नति द्वारा 50 प्रतिशत पद भरने व अन्य मांगों पर पिछले कुछ वर्षो से आन्दोलनरत है तथा राज्य सरकार के विभिन्न स्तरों पर जैसे मंत्री मण्डलीय उपस्थिति वित्त सचिव व सांवत कमेटी द्वारा सिद्धांतत: स्वीकृत किया जा चुका है। उसके उपरांत भी इसका क्रियान्वयन नही हो पा रहा है। जिसके कारण लेखाकर्मियों को मजबूरन आन्दोलित होना पड़ रहा है। इस मौके पर ज्ञान चंद सिंघल , निजामुद्दीन गोरी, द्वारका प्रसाद शर्मा ,आलोक कौशिक, नरेंद्र स्वामी ,रमेश गोदारा, देवेंद्र सिंह राठौड़ ,शैलेन्द्र वर्मा ,विजय सहारण, राधेश्याम रोहिल्ला, बंसी लाल सियाग आदि संगठन सदस्य मौजूद थे।
हनुमानगढ़। राजस्थान एकाउटेन्टस एसोसिएशन के प्रदेश स्तरीय आह्वान पर हनुमानगढ़ जिले के लेखाकर्मीयो द्वारा शुरू किया गया सामूहिक अवकाश चौथे दिन भी जारी रहा।शुक्रवार को लेखाकर्मियों ने पेंशनर हॉल के बाहर सामूहिक अवकाश पर रहते हुए धरने पर सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए सद्बुद्धि यज्ञ किया । कर्मचारियों ने कहा कि सरकार की बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी है और उन्हें सद्बुद्धि देने के लिए शुक्रवार को सभी कर्मचारियों ने सद्बुद्धि यज्ञ कर भगवान से सरकार को सद्बुद्धि देने की कामना की। राज्य के लेखाकर्मी अपनी 6 सुत्री मांगों तथा कनिष्ठ लेखाकार को ग्रेड पे 4200 स्वीकृत करने, कनिष्ठ लेखाकार का नाम कनिष्ठ लेखाधिकारी करने, अधीनस्थ लेखा संवर्ग में द्विस्तरीय प्रणाली, राज्य लेखा सेवा में पदोन्नति द्वारा 50 प्रतिशत पद भरने व अन्य मांगों पर पिछले कुछ वर्षो से आन्दोलनरत है तथा राज्य सरकार के विभिन्न स्तरों पर जैसे मंत्री मण्डलीय उपस्थिति वित्त सचिव व सांवत कमेटी द्वारा सिद्धांतत: स्वीकृत किया जा चुका है। उसके उपरांत भी इसका क्रियान्वयन नही हो पा रहा है। जिसके कारण लेखाकर्मियों को मजबूरन आन्दोलित होना पड़ रहा है। इस मौके पर ज्ञान चंद सिंघल , निजामुद्दीन गोरी, द्वारका प्रसाद शर्मा ,आलोक कौशिक, नरेंद्र स्वामी ,रमेश गोदारा, देवेंद्र सिंह राठौड़ ,शैलेन्द्र वर्मा ,विजय सहारण, राधेश्याम रोहिल्ला, बंसी लाल सियाग आदि संगठन सदस्य मौजूद थे।
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