हनुमानगढ़। रोडवेज कर्मचारियों ने मंगलवार को चक्काजाम के नौवें दिन कर्मचारियों ने सोई हुई सरकार को जगाने के लिये व कर्मचारियों की मांगों को अनसुना करने वाली सरकार को सुनाने के लिये भैंस के आगे बीन बजाकर प्रदर्शन किया। रोडवेज कर्मचारियों का चक्काजाम 9वें दिन जारी रहा, परन्तु वसुंधरा अपनी गौरव यात्रा में लग रही है पब्लिक परेशान है पूरा राजस्थान संकट में है, सभी विभागों के कर्मचारियों द्वारा हड़ताल, धरने प्रदर्शन किये जा रहे है फिर भी मुख्यमंत्री द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा। 24 सितम्बर को सीकर में रोडवेज कर्मचारियों एवं अन्य विभागों के 18 संगठनों द्वारा इकट्ठे होकर गौरव यात्रा का विरोध किया गया काले झण्डे दिखाये तो मुख्यमंत्री ने तब जाकर रोडवेज नेताओं को मिलने का मौका दिया, वसुंधरा ने इनकी समस्याओं पर विचार विर्मश कर हल करने का आश्वासन दिया गया। वसुंधरा सोई हुई है जनता की कोई सुनवाई नही की जा रही। केन्द्र व राज्य सरकार के नेता इस राज को सुराज बता रहे है परन्तु यह राज तो जंगलराज है। आज रोडवेज कर्मचारी नेता नायब सिंह ने बताया कि वसुंधरा को जगाने के लिये भैंस के आगे रोडवेज कर्मचारियों ने बीन बजाकर वसुंधरा को जताया है कि आप जागो रोडवेज कर्मचारियों की सुनवाई करो। विक्रांत सहारण ने बताया कि युनूस खान मंत्री अपनी लोक लोक परिवहन बसों को चलाना चाहता है इस कारण ही रोडवेज कर्मचारियों की सुनवाई नही कर रहा और लोक परिवहन को फायदा पहुचाने के लिये हड़ताल को जानबूझ कर लम्बा करवा रहा है। रणजीत सिंह ने बताया कि रोडवेज कर्मचारी अपने आन्दोलन को मजबूत करने के लिये दिनांक 27 सितम्बर को 10 बजे बुहत बड़ी रैली करने जा रहे है। अंग्रेज सिंह ने बताया कि लोक परिवहन वाहनों की छतों पर सवारिया सफर कर रही है और सवारियों से लोकपरिवहन संचालक मनमाना किराया लेकर जनता को परेशान कर रहे है और रास्तें की सवारियों को नही उठाया जा रहा, जनता परेशान है। सभी संगठन के नेता सदस्य 27 सितम्बर को रोडवेज कर्मचारियों के साथ विशाल रैली निकालेगे और आन्दोलन तब तक जारी रहे जब तक कर्मचारियों की मांगे नही मानी जाती। आज प्रदर्शन में देवदत्त स्वामी, गुरचरण सिंह, हरसेब सिंह, बलराज मान, रामजीलाल, सुरेश शर्माद्व अवतार सिंह, लखविन्द्र सिंह, लखवीर सिंह, बीन्जाराम, सहीराम यादव, राकेश ढाका, सुनील सहारण, सतवीर गोस्वामी, देवीलाल स्वामी, नरेन्द्र, पवन शर्मा, राजवीर सिंह, दुलीचंद, जसवंत सिंह, भूरा सिंह, भागीरथ स्वामी, पृथ्वी महला, दरवेश गोयल, दयाशंकर, भंवरलाल नाथ, कृष्ण कस्वां व अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
हनुमानगढ़। रोडवेज कर्मचारियों ने मंगलवार को चक्काजाम के नौवें दिन कर्मचारियों ने सोई हुई सरकार को जगाने के लिये व कर्मचारियों की मांगों को अनसुना करने वाली सरकार को सुनाने के लिये भैंस के आगे बीन बजाकर प्रदर्शन किया। रोडवेज कर्मचारियों का चक्काजाम 9वें दिन जारी रहा, परन्तु वसुंधरा अपनी गौरव यात्रा में लग रही है पब्लिक परेशान है पूरा राजस्थान संकट में है, सभी विभागों के कर्मचारियों द्वारा हड़ताल, धरने प्रदर्शन किये जा रहे है फिर भी मुख्यमंत्री द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा। 24 सितम्बर को सीकर में रोडवेज कर्मचारियों एवं अन्य विभागों के 18 संगठनों द्वारा इकट्ठे होकर गौरव यात्रा का विरोध किया गया काले झण्डे दिखाये तो मुख्यमंत्री ने तब जाकर रोडवेज नेताओं को मिलने का मौका दिया, वसुंधरा ने इनकी समस्याओं पर विचार विर्मश कर हल करने का आश्वासन दिया गया। वसुंधरा सोई हुई है जनता की कोई सुनवाई नही की जा रही। केन्द्र व राज्य सरकार के नेता इस राज को सुराज बता रहे है परन्तु यह राज तो जंगलराज है। आज रोडवेज कर्मचारी नेता नायब सिंह ने बताया कि वसुंधरा को जगाने के लिये भैंस के आगे रोडवेज कर्मचारियों ने बीन बजाकर वसुंधरा को जताया है कि आप जागो रोडवेज कर्मचारियों की सुनवाई करो। विक्रांत सहारण ने बताया कि युनूस खान मंत्री अपनी लोक लोक परिवहन बसों को चलाना चाहता है इस कारण ही रोडवेज कर्मचारियों की सुनवाई नही कर रहा और लोक परिवहन को फायदा पहुचाने के लिये हड़ताल को जानबूझ कर लम्बा करवा रहा है। रणजीत सिंह ने बताया कि रोडवेज कर्मचारी अपने आन्दोलन को मजबूत करने के लिये दिनांक 27 सितम्बर को 10 बजे बुहत बड़ी रैली करने जा रहे है। अंग्रेज सिंह ने बताया कि लोक परिवहन वाहनों की छतों पर सवारिया सफर कर रही है और सवारियों से लोकपरिवहन संचालक मनमाना किराया लेकर जनता को परेशान कर रहे है और रास्तें की सवारियों को नही उठाया जा रहा, जनता परेशान है। सभी संगठन के नेता सदस्य 27 सितम्बर को रोडवेज कर्मचारियों के साथ विशाल रैली निकालेगे और आन्दोलन तब तक जारी रहे जब तक कर्मचारियों की मांगे नही मानी जाती। आज प्रदर्शन में देवदत्त स्वामी, गुरचरण सिंह, हरसेब सिंह, बलराज मान, रामजीलाल, सुरेश शर्माद्व अवतार सिंह, लखविन्द्र सिंह, लखवीर सिंह, बीन्जाराम, सहीराम यादव, राकेश ढाका, सुनील सहारण, सतवीर गोस्वामी, देवीलाल स्वामी, नरेन्द्र, पवन शर्मा, राजवीर सिंह, दुलीचंद, जसवंत सिंह, भूरा सिंह, भागीरथ स्वामी, पृथ्वी महला, दरवेश गोयल, दयाशंकर, भंवरलाल नाथ, कृष्ण कस्वां व अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
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