हनुमानगढ़। करणी सिंह सादुल ब्रांच के काश्तकारों ने मंगलवार को मुख्य अभियंता जल संसाधन सम्भाग को करनी सिंह ब्रांच व सादुल ब्रांच में बैलेंस पानी चलाने के संबंध में गुरदीप शाहपीनी के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के अनुसार आईजीएनपी का हैड़ 496 लिंक से भाखड़ा को 1200-1250 क्युसेक पानी मिल रहा है जो कि अब पंजाब में वर्षा होने के कारण पानी पंजाब द्वारा सरहिन्द फीडर टेल से मिलने की पूर्ण सम्भावना है और किसानों की सरसों चना बिजाई का समय है। काश्तकारों ने मांग की है कि आईजीएनपी का हैड 496 लिंक से भाखड़ा को 1200-1250 क्यूसेक पानी मिल रहा है उसे कम नही किया जाये एवं पंजाब वाया सरहिन्द फीडर से अतिरिक्त पानी दिलाया जाये। पंजाब के सरहिन्द फीडर से पानी मिलने पर हैड 496 लिंक से 1200-1250 क्यूसेेक से पानी कम नही किया जाये। काश्तकारों ने चेतावनी दी है कि अगर उक्त पापनी की मात्रा में कमी आई तो मजबूरन आन्दोलन किया जायेगा जो पहले कभी भी नही देखा होगा। ज्ञापन देने वालों में हरदीप शाहपीनी, हरीपुरा सरपंच सुरेन्द्र जाखड़, इन्द्रपुरा सरपंच भुपेन्द्र गोदारा, खाट सरपंच राजेन्द्र मूण्ड, सिहपुरा पूर्व सरपंच जबन्द सिंह, सिहपुरा के सिन्दर सिंह व अन्य काश्तकार मौजूद थे।
एबीपी न्यूज़ के पत्रकारों ने मोदी सरकार की आलोचना की कीमत चुकाई है? सूत्रों के अनुसार चैनल में हुए इन बदलावों के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को पिछले हफ्ते संसद भवन में कुछ पत्रकारों से कहते सुना गया था कि वे ‘एबीपी को सबक सिखाएंगे.’ देश के बड़े टीवी न्यूज़ चैनल एबीपी न्यूज़ से दो बड़े पत्रकारों के इस्तीफे और तीसरे को काम करने से रोकने को मीडिया और राजनीतिक हलकों में किसी मीडिया हाउस के सत्तारूढ़ दल को खुश रखने की कोशिश की तरह देखा जा रहा है. बुधवार 1 अगस्त को चैनल प्रबंधन ने एडिटर इन चीफ मिलिंद खांडेकर के इस्तीफे की घोषणा की. इसके बाद हाल ही में एबीपी पहुंचे, चर्चित शो ‘मास्टर स्ट्रोक’ के एंकर और पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी के चैनल छोड़ने की खबर आई. इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं है कि बाजपेयी ने इस्तीफ़ा दिया या उन्हें चैनल छोड़ने के लिए कहा गया. गौरतलब है कि उनका चैनल से जाना उनके शो के उस एपिसोड के बाद हुआ है, जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ की एक महिला किसान के मोदी सरकार की योजना के चलते ‘दोगुनी हुई आय’ के प्रधानमंत्री के दावे का खंडन प्रसारित किया था. ...
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