सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

नवंबर, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

राजस्थान में शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार ,मोदी सरकार के खोखले दावे

राजस्थान में शौचालय 2016 निर्माण का भुगतान राजकुमारी को अब तक नहीं ,कर्जा लेकर किया था निर्माण कार्य  नरेगा में मजदूरी करती है राजकुमारी श्रीगंगानगर 30 नवंबर केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत शौंचालय निर्माण कार्य पिछले कई वर्षों से बड़े जोर शोर से चलाया गया है जिसके प्रचार प्रसार पर तो एक बॉलीवुड मूवी भी बनायी गयी है टॉयलेट -एक प्रेम कथा | इसके विपरीत राजस्थान के श्रीगंगानगर ज़िले के गावँ सरदारपुरा बीका में तो ये देखने में आया है कि इस अभियान में सन 2016 में बनाये गए शौचालय का भुगतान राजकुमारी पत्नी रामस्वरूप को तो आज तक नहीं हुआ है ,न तो प्रशाशन न ही सरकार ने कोई सुध ही ली है | रामस्वरूप पुत्र भानीराम ने इस सम्बन्ध में सुचना केअधिकार अधिनियम की धारा (1 )के अंतर्गत सूचना जिला कलेक्टर,श्रीगंगानगर से मांगी थी व विकास अधिकारी सूरतगढ़ से भी इस सम्बन्ध में व्याप्त अनियमितताओं की शिकायत की थी | रामस्वरूप ने गड़बड़ी कर भुगतान रोकने व सरपंच पर भ्रष्टाचार और उसके प्रतिनिधि जेठ रामकुमार द्वारा एक हजार रूपए की रिश्वत की मांग का आरोप लगाया है उसने प्रार्थना...

पूँजीपतियों की सरकार या हिन्द राष्ट्र की "लोकतान्त्रिक सरकार "?

पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने अपने सम्बोधन "बोलो आप बोलते क्यों नहीं "में 2014 से चल रही सरकार के कामकाज और पार्टी कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ पदाधिकारियों के प्रति प्रधानमंत्री के व्यवहार एवं रवैये पर सवाल उठाये थे उन्होंने ये भी कहा था की प्रधानमंत्री से मुलाकात  लिए समय प्राप्त करना ऐसा सा हो गया है जैसे एक कॉर्पोरेट (कंपनी) के मालिक से मिलने  के लिए अपॉइंटमेंट  याचना करना पत्रकारों से तो कुछ वर्षों से ही परहेज किया  रहा है और अब इतना बड़ा बजट केवल प्रचार प्रसार पर ? अगर सरकार ने अच्छा प्रदर्शन हर क्षेत्र और हर वर्ग के लिए किया है तो करोड़ों रुपयों को विज्ञापन में स्वाह करने की जरूरत क्या है ?ये देश किस ओर जा रहा है नोटेबंदी,राफेल पर तो भ्रष्टाचार के आरोप मोदी सरकार पर लगते ही रहे हैं ?करोड़ों के स्टेचू बनाना, बीजेपी के प्रचार प्रसार पर लगभग 4400 करोड़ रुपये को खर्च करना ,राजस्थान में रैली पर भीड़ जुटाने के लिए करोड़ों का खर्च पर किसान ,कर्मचारियों ,गृहणियों ,मजदूर , छोटे व्यापारियों व हर वर्ग को दुखी रखना और अनदेखी करना कौन सा सुशासन है, कौन सा लोकतंत्र है आम जनत...

कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ सकते हैं बाग़ी

कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ सकते हैं बाग़ी  श्रीगंगानगर 25 नवम्बर श्रीगंगानगर पिछले डेढ़ दशक से दुर्भाग्य का शिकार होता आ रहा है जहाँ राजस्थान प्रदेश की जनता ने बदल बदल के राष्ट्रीय पार्टीयों को सत्ता सौंपी है वहीं श्रीगंगानगर की जनता ने राज्य की जनता के जनादेश के विरुद्ध अपना फैसला सुनाया है ,जिसका खामियाज़ा की कीमत शहर के विकास और किसानो को अपने हक़ के बदले लाठियाँ खाकर चुकानी पड़ी है | एक बार फिर समय चक्र ने जनता को मौका दिया है | पर इस बार भी दोनों पार्टियों में चुनाव 2018 में टिकट वितरण को लेकर असंतोष रहा है ,जिसका सीधा असर दोनों राष्ट्रीय पार्टियों को  हुआ है | एक पार्टी प्रत्याशी पर प्रिंट मीडिया ने तो व्यंग तक करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है ,पर दूसरी ओर कांग्रेस के वोट बैंक में तो  उनके ही कार्यकर्ताओं ने सेंधमारी की है ,सत्ता  की महत्वाकांक्षाएं या यूँ कहें की जनसेवा की भावना इतनी  प्रबल हो चली की पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की समझाइश भी नाकाफी रही | जहाँ एक ओर सत्ता परिवर्तन की चर्चाएं हैं वहीं पर निर्दलीय खड़े हुए कांग्रेस के ही उम्मीदवार शक्ति प्रदर्श...

Happy Gurunanak jayanti

जनता करे तय

श्रीगंगानगर 21 नवंबर यूँ तो पिछले पांच वर्ष, एक बार फिर श्रीगंगानगर के लिए दुर्भाग्यशाली रहे हैं | जहाँ एक और ज़मींदारा पार्टी ने अपने धनबल और ग्वार के व्यवसाय की चमक से किसानों ,व्यापारियों और हर वर्ग को अपनी और आकर्षित कर ज़िले का प्रतिनिधित्व करने का बीड़ा उठाया था ,पर राजनीति की बिसात ने शतरंज बिछाई की राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन गयी |, जिसमे यहाँ से निर्वाचित कामिनी जिंदल एक अमीर जनप्रतिनिधि होते हुए भी श्रीगंगानगर  से जुड़े कई विकास कार्य जिनमें मेडिकल कॉलेज का निर्माण ,नहरों में साफ़ व समय पर पानी ,आम आदमी की सुरक्षा , मध्यम व मजदूर वर्ग की समस्याओं से ज़िले  को राहत नहीं दिलवा सकीं |                 इसी बीच एक बार फिर राजस्थान विधानसभा चुनाव सिर पर हैं ,पर अब जनता की बारी है | वही असली किंगमेकर है | अब जिम्मेदारी जनता की है की वे अपने वोट के तराज़ू में किसे तोलते हैं ?प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार व नीतियों से त्रस्त और दुखी रहा है | चाहें वो किसान हो ,कर्मचारी ,व्यापारी ,मजदूर नौकरीपेशा ,गृहणियाँ ,बेरोज़गार युवा...

Karan Thapar tells the Story of Narendra Modi's Walkout from Infamous In...

नरेंद्र मोदी वीडियो में कुर्ते से पत्रकार को क्या निकलकर दे रहे हैं देखा आपने ?

नरेंद्र मोदी इंटरव्यू बीच में छोड़कर चले गए थे नरेंद्र मोदी वीडियो में कुर्ते  से पत्रकार को क्या निकलकर दे रहे हैं देखा आपने ? जाने-माने पत्रकार करण थापर ने बीबीसी से ख़ास बातचीत में बताया कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके एक सवाल से परेशान होकर इंटरव्यू बीच में छोड़कर चले गए थे और अब वो अपने मंत्रियों और पार्टी नेताओं को भी उन्हें इंटरव्यू न देने के लिए कहते हैं. देखिए, करण थापर से रेहान फ़ज़ल की बातचीत. https://www.youtube.com/watch?v=nFCRSEMRQAg&feature=share

दयाराम महर्षि होंगे भारत लोक सेवक पार्टी के पहले उम्मीदवार

दयाराम महर्षि होंगे भारत लोक सेवक पार्टी के पहले उम्मीदवार आईबीसी फ़ास्ट संवाददाता श्रीगंगानगर 14 नवंबर भारत लोक सेवक पार्टी द्वारा राजस्थान विधान सभा 2018 में श्रीगंगानगर से दयाराम महर्षि को उम्मीदवार घोषित किया गया है | राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश गुप्ता तथा प्रदेशाध्यक्ष सीताराम मोट द्वारा विचार  एवं सर्वे के पश्चात् उन्हें पार्टी का प्रत्याशी बनाया गया है | पार्टी राजस्थान में 30 सीटों चुनाव लड़ रही है जिसमे उसने अपने उम्मीदवार भी घोषित कर दिए हैं |                दयाराम महर्षि से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया की वे श्रीगंगानगर का प्रतिनिधित्व करते हुए क्षेत्र की जन समस्याओं का निराकरण कर जनता को राहत प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे | उल्लेखनीय है की वे गौड़ ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष ,विश्व ब्राह्मण सभा के जिलाध्यक्ष तथा भारत लोक सेवक पार्टी के प्रदेश महासचिव पद पर सक्रिय हैं | क्षेत्र के प्रत्येक वर्ग से जुड़ाव होने के कारण उनका कहना है की वे श्रीगंगानगर से विधानसभा चुनावों में भारी मतों से विजयी होंगे | उनके समर्थकों ने उन्हे...

अब आप पढ़कर खुद करें तय क्या सच क्या झूठ ?

विमुद्रीकरण के दो वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति       स्त्रोत :ट्विटर

हम सभी भारतीय हैं |

भारतीयों /देशवासियों, सन 1947 के जमीन के बंटवारे और जनसंख्या के बंटवारे के साथ धर्म पर लड़ने का मुद्दा ही खत्म हो गया था ,पर आजादी के इतने साल बाद भी कुछ लोग हमारे देश को लड़वा रहें हैं ,लड़ने से बचें | जो भारतीय सरहदों में रह गए और रह रहें हैं ,हम सभी भारतीय हैं |  

IBCFAST आपके सहयोग से चमकता सितारा

आईबीसी फ़ास्ट न्यूज़ (IBC FAST) आपकी अपनी आवाज़ ,डिजिटल न्यूज़ को महज एक घंटे में फेसबुक पर 1500  देशवासियों ने देखा और सराहा और शेयर किया(बिना पेड सेवाओं के (बूस्ट )) आपके सहयोग और विश्वास के लिए धन्यवाद 

आईबीसी फ़ास्ट न्यूज़ (IBC FAST) के बढ़ते कदम

आईबीसी फ़ास्ट न्यूज़ (IBC FAST) आपकी अपनी आवाज़ ,डिजिटल न्यूज़ को महज आधे घंटे में फेसबुक पर 900 देशवासियों ने देखा और सराहा और शेयर किया(बिना पेड सेवाओं के (बूस्ट )) आपके सहयोग और विश्वास के लिए धन्यवाद  चीफ एडिटर                          तकनीक सहयोग :दिव्यांश 

सुप्रीमकोर्ट ने किया नरेंद्र मोदी को राफेल सौदे के खिलाफ जनहित याचिका में नामजद

नरेंद्र मोदी को राफेल सौदे के खिलाफ जनहित याचिका में पहले उत्तरदाता के रूप में जवाब तलब किया   :   सुप्रीम कोर्ट अगले हफ्ते सुनेगा याचिका  रिपोर्ट में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने , वकील मनोहर लाल शर्मा द्वारा दायर याचिका जिसमें भारत - फ्रांस राफेल फाइटर   जेट सौदे पर स्टे(रोक ) की मांग की गई है , पर सहमति व्यक्त की है। मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा और जस्टिस एएम खानविलकर और डीवाई   चन्द्रचूड़   की एक खंडपीठ ने एडवोकेट एमएल शर्मा के द्वारा प्रस्तुत सबमिशन को माना कि उनकी याचिका तत्काल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध है। रिपोर्टों के अनुसार , याचिका में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को पहले उत्तरदाता के रूप में नामित किया गया है। अपनी जनहित याचिका  में , शर्मा ने फ्रांस के साथ लड़ाकू जेट सौदे में विसंगतियों का आरोप लगाया और उस पर स्टे (रोक)  की मांग की। सीएनएन - न्यूज़ 18 के अनुसार , याचिका में आरोप लगाया गया है कि ...

आप के डिजिटल न्यूज़ ने 13 दिन पहले ही ये समाचार प्रकाशित कर दिया

आप के डिजिटल न्यूज़ ने 13 दिन पहले ही ये समाचार प्रकाशित कर दिया था जुड़ें लाइक और सब्सक्राइब करें  फेसबुक पेज : Ibcfastindia ब्लॉग           : Ibcfastindia.blogspot.com विमुद्रीकरण (Demonetisation): काले धन का खात्मा या सामूहिक लूट  सिर्फ कुछ के लिए सुखद ,कमजोर वर्ग के लिए दुखद था  https://ibcfastindia.blogspot.com/2018/10/demonetisation.html

क्या मोदी सरकार ने मांगे थे 3.6 लाख करोड़ रुपये?

आरबीआई बनाम सरकार: मोदी सरकार ने मांगे थे 3.6 लाख करोड़ रुपये, आरबीआई ने ठुकराया नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने भारतीय रिज़र्व बैंक की कुल पूंजी 9.59 लाख करोड़ रुपये का तकरीबन एक तिहाई हिस्सा मांगा था. नई दिल्ली:  केंद्र की मोदी सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के बीच चल रहे गतिरोध के बीच खुलासा हुआ है कि सरकार की ओर से 3.6 लाख करोड़ रुपये की सरप्लस (अतिरिक्त) रकम की मांग की गई थी, जिसे केंद्रीय बैंक ने ठुकरा दिया था. इंडियन एक्सप्रेस  में प्रकाशित सनी वर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त मंत्रालय की ओर से यह प्रस्ताव रिज़र्व बैंक को दिया गया था. प्रस्ताव में रिज़र्व बैंक के पास जमा कुल रकम या पूंजी 9.59 लाख करोड़ रुपये में से 3.6 लाख करोड़ रुपये की सरप्लस रकम केंद्र सरकार को देने की बात कही गई थी. वित्त मंत्रालय की ओर से दिए गए प्रस्ताव में कहा गया था कि इस रकम की देखरेख केंद्र सरकार और रिज़र्व बैंक मिलकर कर सकते हैं. इंडियन एक्सप्रेस  ने बैंक से जुड़े अपने सूत्रों के हवाले से इस बात की पुष्टि की है कि सरकार को बैंक के भंडार से इतनी बड़...

आईबीसी फ़ास्ट न्यूज़ की ओर से आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं

आईबीसी फ़ास्ट न्यूज़ की ओर से आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं   दिवाली पर बरतें सावधानियां  पटाखे छोड़ने से पहले खुली जगह तलाश लें। आप घर या बाहर जहां भी पटाखे जला रहे हों, ध्यान रखें कि उसके आसपास आसानी से जलने वाली कोई चीज मसलन पेट्रोल, डीजल, केरोसिन या गैस सिलिंडर वगैरह न रखा हो। -  पटाखे हमेशा अच्छे ब्रांड के ही खरीदें। कुछ लोग घर पर अनार और अन्य पटाखे बनाकर बाजार में बेचते हैं। यह पटाखे अक्सर हादसे का कारण बनते हैं। -  पटाखे छुड़ाते समय बच्चों के साथ रहें और उन्हें पटाखे चलाने का सुरक्षित तरीका बताएं। छोटे बच्चों को पटाखे न जलाने दें। पांच साल से छोटे बच्चों को तो फुलझड़ी भी न जलाने दें, इन्हें खुद जलाकर बच्चों को दिखाएं। -  पटाखे जलाने के लिए मोमबत्ती या लंबी लकड़ी का इस्तेमाल करें। माचिस से आग लगाना खतरनाक हो सकता है। -  एक बार में एक ही पटाखा चलाएं। एक साथ कई पटाखे छोड़ने की हालत में आपका ध्यान बंट सकता है और यही लापरवाही हादसे की वजह बन जाती है। -  पटाखे को टिन या शीशे की बोतल में रखकर कभी न चलाएं।